Bharat Drone Shakti 2025 – आत्मनिर्भर भारत की उड़ान
प्रस्तावना:

25–26 सितंबर 2025 को गाजियाबाद के हिंदन एयरबेस पर आयोजित Bharat Drone Shakti 2025 कार्यक्रम में भारत की स्वदेशी ड्रोन तकनीक की शक्ति का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, और पूर्व क्रिकेट कप्तान एम.एस. धोनी ने भाग लिया। यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत और रक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम रहा।
कार्यक्रम की रूपरेखा:
- भारत में निर्मित 100+ प्रकार के ड्रोन का प्रदर्शन किया जा रहा है।
- ड्रोन स्टार्टअप्स, MSMEs और रक्षा क्षेत्र के उद्यमों को प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है।
- रक्षा, आंतरिक सुरक्षा, कृषि, आपदा प्रबंधन, परिवहन और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग को बल दिया जा रहा है।
मंत्री का बयान:
‘Drone Shakti’ मिशन की घोषणा सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में की थी, जिसका विस्तृत कार्यान्वयन अब 2025 में चरम पर है। इस पहल के अंतर्गत:
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उद्घाटन कार्यक्रम में कहा:
“Bharat Drone Shakti 2025 केवल तकनीक का उत्सव नहीं है, यह भारत की आत्मनिर्भरता और नवाचार की उड़ान है। हम आने वाले वर्षों में ड्रोन टेक्नोलॉजी में विश्वगुरु बनने की दिशा में अग्रसर हैं।”
प्रमुख उद्देश्य:
- आत्मनिर्भरता: Make in India के तहत स्वदेशी ड्रोन निर्माण को बढ़ावा देना।
- नौकरी सृजन: लाखों युवाओं के लिए ड्रोन पायलटिंग, मेंटेनेंस और डेटा एनालिटिक्स में रोजगार के अवसर।
- सेना की ताकत: भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में निगरानी, सीमांत रक्षा और रणनीतिक अभियानों में ड्रोन की तैनाती।
- नागरिक क्षेत्र: कृषि में ड्रोन स्प्रे, लास्ट-माइल डिलीवरी, आपदा प्रबंधन व इंफ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग।
मुख्य आकर्षण:

- गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर आयोजित ड्रोन शो में 75 से अधिक स्वदेशी ड्रोन कंपनियों ने भाग लिया।
- एयरफोर्स के पायलटों ने ड्रोन युद्ध रणनीतियों का लाइव डेमो दिया।
- AI और IoT आधारित ड्रोन का अनावरण हुआ।
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ड्रोन शक्ति और ऑपरेशन महादेव के बीच सीधा संबंध यह है कि दोनों में तकनीकी नवाचार, सामरिक योजना और भारत की रक्षा नीति की उन्नति की झलक मिलती है।
सरकारी सहयोग:
- DGCA द्वारा ड्रोन पायलट लाइसेंस में सरलीकरण।
- Udaan Scheme के तहत ड्रोन प्रशिक्षण संस्थानों को वित्तीय सहायता।
- कृषि मंत्रालय द्वारा प्रति ड्रोन ₹10 लाख तक की सब्सिडी।
आर्थिक दृष्टिकोण:
ड्रोन उद्योग का अनुमानित बाजार 2030 तक ₹50,000 करोड़ तक पहुंच सकता है। इससे भारत न केवल घरेलू आवश्यकता पूरी करेगा, बल्कि ड्रोन का निर्यातक भी बनेगा।
UPSC दृष्टिकोण:
- GS-3 (विज्ञान और प्रौद्योगिकी): ड्रोन के अनुप्रयोग और चुनौतियाँ।
- GS-2 (नीति निर्माण): ड्रोन नीति 2021 और नवीनतम संशोधन।
- एसे और निबंध: भारत में नवाचार और आत्मनिर्भरता।
चुनौतियाँ:
- साइबर सुरक्षा और ड्रोन हैकिंग का खतरा।
- प्रशिक्षित जनशक्ति की कमी।
- स्पष्ट एयरस्पेस रेगुलेशन की आवश्यकता।
समाधान:
- स्मार्ट रेगुलेशन और ड्रोन कॉरिडोर बनाना।
- AI बेस्ड एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट।
- रक्षा और नागरिक क्षेत्र के लिए अलग-अलग गाइडलाइंस।
निष्कर्ष:

Bharat Drone Shakti 2025 भारत को केवल रक्षा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि कृषि, स्वास्थ्य और उद्योगों में भी नई ऊँचाई प्रदान करने वाला मिशन है। यह ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘डिजिटल इंडिया’ के सपने को साकार करने का एक ठोस कदम है। भारत अब केवल एक उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर ड्रोन निर्माता के रूप में उभर रहा है।
लेखक परिचय:
सिद्धार्थ तिवारी, MuddaBharatKa के संस्थापक और एक समर्पित नीति विश्लेषक हैं, जो समसामयिक मुद्दों पर सरल और गहन हिंदी लेखन के लिए जाने जाते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
प्र.1: भारत ड्रोन शक्ति 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: स्वदेशी ड्रोन निर्माण को बढ़ावा देकर भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक ड्रोन हब बनाना।
प्र.2: कौन-कौन से क्षेत्र इससे लाभान्वित होंगे?
उत्तर: रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स आदि।
प्र.3: क्या आम युवा इससे जुड़ सकते हैं?
उत्तर: हां, ड्रोन पायलट ट्रेनिंग और मेंटेनेंस से जुड़कर रोजगार पा सकते हैं।
प्र.4: इसका अंतरराष्ट्रीय महत्व क्या है?
उत्तर: यह भारत को ड्रोन निर्यातक राष्ट्र बना सकता है, जिससे वैश्विक तकनीकी नेतृत्व मिलेगा।
प्र.5: क्या इससे जुड़े सरकारी लाभ हैं?
उत्तर: हां, सब्सिडी, ट्रेनिंग स्कीम और स्टार्टअप्स को
बहुत अच्छा blog है 👍
thanks
👍👍
make in india
Drone Shakti 2025 is Bharat’s bold leap into the future — proud to see India flying high with indigenous power! 🇮🇳🚁
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